इस अर्थ में दार्शनिक मानवविज्ञान में मानव का दर्शन शामिल है; अर्थात मनुष्य से संबंधित प्रश्नों पर आलोचनात्मक चिंतन। मानवविज्ञान का दर्शन; यानी मानवविज्ञान और मानवविज्ञान अनुसंधान के भीतर तरीकों और सिद्धांतों पर आलोचनात्मक प्रतिबिंब। मानवशास्त्रीय दर्शन; यानी मानव मामलों की दार्शनिक अवधारणाओं पर मानवशास्त्रीय दृष्टिकोण और उनके निष्कर्षों के प्रभाव पर आलोचनात्मक चिंतन।
दार्शनिक मानवविज्ञान के लिए संबंधित पत्रिकाएँ
पुरातत्व पत्रिकाएँ, सांस्कृतिक मानवविज्ञान पत्रिकाएँ, फोरेंसिक पत्रिकाएँ, राजनीति विज्ञान पत्रिकाएँ, सोशलॉमिक्स पत्रिकाएँ